लड़ती झगड़ती ज़िंदगी – अंकित यादव

नमस्कार दोस्तो ।
ये कहानी है एक ऐसी लड़की की, जो आज मेरी ज़िंदगी बन चुकी है। आज मेरी ज़िंदगी का मतलब है वो लड़की, अगर वो नहीं तो मेरी ज़िंदगी नहीं, उसके बिना मेरी ज़िंदगी का कोई मतलब ही नहीं है।
मेरा दिन शुरू होता है उससे, मेरी रात खत्म होती है उससे, उसके बिना मेरा क्या होगा ये मैं खुद भी नहीं जानता।
तो आज मैं यही अपनी कहानी आप सबके का साथ साझा करने जा रहा हूं।
आप सभी से उम्मीद करता हूं कि जरूरत लगने पर आप मुझे अपने विचार जरूर बताएंगे।
ये बात है आज से ११ साल पहले की, मैं ग्रैजुएशन कर रहा था, सेकंड ईयर का स्टूडेंट था। बस ज़िंदगी चल रही थी, मैंने अपना पहला प्यार खोया था, जिसकी डैथ हो गई थी एक बीमारी की वजह से, जिसकी वजह से मैं थोड़ा चुप चुप सा हो गया था।

हम चार लोग एक साथ दो कमरों में किराए पर रहा करते थे। उन चार में से एक उसका भाई था। मैं पहली बार उसके घर गया था, उसके भाई ने मुझसे रिक्वेस्ट की थी ।
असल में उस अपने घर थोड़ा फर्नीचर ले जाना था, तो मेरी हेल्प चाहिए थी। मैं वैसे भी ज्यादा नहीं बोलता था तो मैंने हां कह दिया और उसके साथ उसके घर चला गया।
हम दोनों घर पहुंचे और फर्नीचर उतारा, थोड़ी देर में वो चाय लेके आयी और मैं उसे देखता ही रह गया।
क्या खूबसरत चेहरा, कितनी खूबसूरत आंखें, मैं बस देखता ही रह गया। पता है उसकी आंखें मुझे किसी की याद दिला गई। बिल्कुल संजू जैसी आंखें हैं उसकी।
संजू मेरा पहला प्यार। उसने भी मुझे देखा और उसे भी लव एट फर्स्ट साईट वाला प्यार हो गया लेकिन बोला किसी ने नहीं।
ना ही उसकी हिम्मत हुई और ना ही मैंने कहा। मैंने उसका नाम तो बताया ही नहीं दोस्तो, उसका नाम है सुरभि शर्मा, और मैं अंकित यादव।
आपको बताऊं दोस्तो ! मैंने उसे अपने दिल का हाल क्यों नहीं बताया क्योंकि उसका भाई मेरा दोस्त है तो मैं अगर सीरियस हुआ उसके लिए तो कैसे सामना करूंगा उसके भाई का और उसकी फ़ैमिली का, इसलिए अपने दिल के जज़्बात अपने दिल में ही दफन कर दिए।

बस चल दिया अपने प्यार की अनंत राह पर अकेले ही। मैं उसे अकेले अकेले प्यार करने लगा था लेकिन उससे कभी कहा नहीं और ना ही कभी कहने के बारे में सोचा।
बस दिल में सोच लिया था कि प्यार करने से कौन रोक सकता है, मैं करूंगा एक – तरफा प्यार उससे हमेशा हमेशा।
आपको बताऊं हालांकि मैं अगले दिन उसके घर से जाने वाला था लेकिन उसकी वजह से मैं उसके घर ४ दिन रुका, फिर जब मैं जाने लगा तो उसने मुझे इन्वाइट किया अपने बर्थडे पर आने के लिए, मैंने याद कर लिया उसका बर्थडे और चला आया अपने घर। दिल तो मेरा वहीं रह गया था चैन मुझे आता नहीं था लेकिन किसी तरह अपने दिल को काबू में किया और वक़्त धीरे धीरे आगे बढ़ने लगा फिर वो दिन भी आ गया मैंने उसे विश किया वो भी सबसे पहले, रात १२ बजे, उसके बाद ये मेरी आदत हो गई, उसके हर बर्थडे पर मैं उसे रात १२ बजे विश करने लगा । अगले दिन मैं उसके घर पहुंच गया और उसे गिफ्ट दिया एक गुलाब की कली, जो अभी खिली नहीं थी।
एक बात और दोस्तो, इतनी छोटी सी चीज को उसने नोटिस किया लेकिन कुछ कहा नहीं। फिर हम बातें करने लगे, असल में बातें तो नहीं लेकिन मैसेज करने लगे एक दूसरे को। बस उसके बर्थडे या फिर फेस्टिवल पर हमारी बात होती थी।

हमें बहुत ही अच्छा लगता था, उसे भी इंतज़ार रहता था मेरे कॉल का, और मुझे भी बेचैनी रहती थी उसके कॉल करने की।
इसी तरह ४ साल बीत गए, ना उसने कहा और ना मैंने, इस बीच उसके भाई ने हमारे मैसेज देखे होंगे और मुझे बोला कि उसकी मम्मी ने मैसेज देख लिए और वो कह रही हैं कि मैं उसे मैसेज ना किया करूं तो मैंने भी मैसेज करना बंद कर दिया था बस एक कॉल करता था उसके बर्थडे वाली रात को।
अब आप सोच रहे होंगे कि मैंने नहीं बोला समझ आया लेकिन उसने क्यों नहीं बोला? तो उसकी वजह है ये कि उसे डर था कि कहीं मैं उसके भाई से उसकी शिकायत ना कर दूं।

फिर वो किसी और के प्यार में पड़ गई और मुझे भूलने की कोशिश करने लगी।
लगभग भूल ही गई थी बस पहला प्यार कभी भुलाए नहीं भूलता तो वो मुझसे कभी कभार बात कर लिया करती थी। ये सब बातें उसने मुझे बाद में बताई, एक दिन उसकी मासी की बेटी और वो मुझसे चैटिंग कर रहे थे, उसकी मासी की बेटी के नंबर से, और वो मेरे पीछे ही पड़ गई की आप किसी से तो प्यार करते होंगे, बताते क्यों नहीं हो, असल में, मैं उससे हमेशा माना कर देता था कि मैं किसी से प्यार नहीं करता, लेकिन उस दिन पता नहीं क्यों मैंने उसे कहा कि तुम्हारी रिश्तेदार है, लेकिन तुम उसे बताना मत, तो मैं बता देता हूं, उसने प्रॉमिस किया , मैंने उसे अपनी कसम भी दे दी कि बताना मत उसे, और फिर मैंने बता दिया कि मैं सुरभि से प्यार करता हूं, तो ऐसे सुरभि को और उसकी मासी की बेटी को पता चल गया कि मैं उसे प्यार करता हूं,  उसने मुझसे पूछा कि आपने बोला क्यों नहीं तो मैंने अपना रीज़न उसे बता दिया ।
तब सुरभि ने मुझे बताया कि वो किसी और से प्यार करती है और उसे पता है कि मैं भी उसे प्यार करता हूं।

मेरा तो दिल ही टूट गया था लेकिन शुरू से ही आदत बना ली थी ना, इस प्यार को इक तरफा रखने की तो खुद को संभाल लिया था।
बस इसके बाद हमारी बात थोड़ी ज्यादा होने लगी थी, फिर एक साल बाद उसको धोखा दे दिया उस लड़के ने।
वो टूट गई थी, उसने मुझे बताया वो बहुत दुखी होती थी, मैंने जैसे तैसे उसे संभाला फिर एक वक़्त ऐसा भी आया कि उसने खुद मुझे बोल दिया कि वो मुझसे प्यार करती है, और अब मैं उससे मना नहीं कर पाया, और मैंने भी अपना प्यार स्वीकार कर लिया।

फिर हमने एक दूसरे से अपने दिल की वो बातें साझा की जो अब तक दिल में छुपा रखी थी, उसने मुझे बताया कि मैं उसका पहला प्यार हूं, मैंने भी उसे बताया कि मैं उससे पहले किसी और से प्यार करता था, वो अब इस दुनिया में नहीं है और भी बहुत से वादे, इरादे, सब बता दिए।
फिर मेरी एक लड़की दोस्त की वजह से हमारी लड़ाई हुई और हमने एक दूसरे से ६ महीने तक बात नहीं की, फिर थक हार के मैंने उसे मनाया, माफी भी मांगी, तब जाके उसने मुझे माफ़ किया और मेरी ज़िंदगी में वापस आयी।

और पता है दोस्तो, हमारी लड़ाई की वजह थी मेरी एक दोस्त, जो मुझे प्यार करने लगी थी, हालांकि सुरभि भी उसको जानती थी, बातें भी होती थी दोनों की, लेकिन एक बार मेरा ऐक्सिडेंट हुआ और मैं हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था ।
मैं कोमा में था कुछ दिन तक, दो महीने तक हॉस्पिटल में एडमिट रहा, फिर मुझे घर भेजा गया, मैं एक साल में ठीक हो पाया था, तो उस वक़्त मेरी वो दोस्त बहुत  वक़्त बिताती थी हॉस्पिटल में, और उसे कब प्यार हो गया तो उसने एक दिन सुरभि का नंबर मेरे फोन में ब्लॉक कर दिया, मुझे पता चला दो तीन दिन बाद, जब मैंने सोचा कि सुरभि का कोई मैसेज नहीं आया, शायद मैं ठीक नहीं हूं इसलिए नहीं किया होगा, चलो मैं खुद ही कर देता हूं। फिर मैंने व्हाट्स एप्प खोला तब मुझे पता लगा कि सुरभि तो ब्लॉक है, वो बेचारी कैसे मैसेज करती, फिर मैंने सोचा कि ये ब्लॉक मैंने तो नहीं किया तो फिर किसने किया।

तब पता लगा कि मेरी उस दोस्त ने मेरा फोन लिया था तो उसी ने किया होगा।
मैंने अपनी दोस्त से पूछा तो उसने बताया और बोली कि मैं तुमसे प्यार करने लगी हूं।
मैंने ये बात सुरभि को बताई और हमारी लड़ाई हो गई।
मुझे भी गुस्सा आ गया कि उसे मुझ पर भरोसा करना चाहिए था, जो लड़का तुम्हारा ६ साल तक इंतजार कर सकता है वो तुम्हे क्यों धोखा देगा ?

इसलिए मैंने भी बात नहीं की फिर ६ महीने बाद जब मुझसे नहीं रहा गया तो मैंने सॉरी बोला और वो मान गई जैसे वो भी बस इसी बात का इंतजार कर रही थी ।
लेकिन इन ६ महीने में हमारा प्यार बहुत बढ़ गया, खासकर उसका , उसको एहसास हो गया कि मेरी क्या जगह है उसकी ज़िंदगी में, और मैंने वो दिन कैसे काटे ये तो सिर्फ मैं ही जानता हूं, सारा दिन जॉब में गुजर जाता और रात दुखभरे गाने सुनने में, मैं शराब भी पीने लगा था, और सिगरेट भी। इस सबके बाद भी जब नहीं रहा गया , हर तरह से कोशिश कर ली कि उसकी याद ना आए, मैं उसके लिए ना तड़पू लेकिन नहीं हुआ, फिर मैंने उसे मना लिया, और हम साथ आ गए।

पहले वो कहती थी कि हम शादी नहीं कर सकते, हमारे घर वाले नहीं मानेंगे, जाति अलग होने की वजह से, तो हम अलग अलग ही रहेंगे, लेकिन इस लड़ाई के बाद उसने सोच लिया था कि हमें शादी करनी है, फिर हमने डिसाइड किया कि हम कोर्ट मैरिज कर लेते हैं और मैंने उसके लिए एक मंगलसूत्र बनवाया, और १८ मार्च २०१९ को शादी कर ली लेकिन अभी भी वो अपने घर रहती है, मैं अपने घर रहता हूं ।

हमने सोचा है कि अब मैं चाहता हूं कि हम अपने अपने घर वालो को मनाएं और इस शादी को अरेंज मैरिज कर ले, लेकिन वो कहती है कि उसके घर वाले कभी नहीं मानेंगे, वो बस एक दिन चुपके से अपने घर से भाग आएगी,लेकिन मैं ये नहीं चाहता हूं, या फिर वो किसी और से शादी करके उसके यहां से भाग आएगी जिससे उसके मां पापा की भी बेइज्जती नहीं होगी, क्योंकि वो अपनी फैमिली से भी बहुत प्यार करती है।मैं उसको मनाने की कोशिश करता रहता हूं, समझाता रहता हूं कि बेटा ये ग़लत है, समझने की कोशिश करो। इसी बात पर हमारी लड़ाई होती रहती है। क्या करू कुछ समझ नहीं आता है, लेकिन ये भी सच है कि वो अगर मेरे साथ नहीं रही तो मैं जीते जी मर जाऊंगा।

मैं उसके बिना नहीं रह सकता, ये तो अखंड सत्य है, भले उसके लिए मुझे कुछ भी करना पड़े, मैं उसके लिए अपनी जान भी दे सकता हूं ।
हमारी छोटी छोटी बातों पर लड़ाइयां भी बहुत होती हैं लेकिन हमने उसका एक नियम बनाया है कि अगर लड़ाई हो तो एक दूसरे से बात करते रहेंगे, भले कॉल पर लड़ते ही रहें, लेकिन बात करेंगे, आधे घंटे से ज्यादा कोई गुस्सा नहीं रह पाता है और एक दूसरे को सॉरी बोल के बात खत्म कर देते हैं।

हम सॉरी कि जगह आई लव यू बोलते है और इट्स ओके कि जगह आई लव यू टू।
छोटी छोटी लड़ाई तो ऐसे ही खत्म हो जाती है लेकिन कई बार छोटी सी बात बहुत बड़ी भी ही जाती है जैसे अभी ४ दिन पहले की बात है कि मैंने उसे बोला लूडो डाउनलोड करले अपने फोन में, दोनों खेलेंगे, लेकिन उसने बोला कि उसके पास फालतू टाइम नहीं है, और मेरा मतलब है कि जब हम दोनों साथ में खेलेंगे तो टाइम तो साथ ही बिता रहे हैं, खेलते खेलते बात भी होती है उस गेम में।

इस बात पर लड़ाई हुई है, वो मुझे मना रही है बहुत, कोशिश भी कर रही है, लेकिन मेरा प्वाइंट बस इतना है कि वो एक गेम डाउनलोड नहीं कर सकती क्या, सब कुछ कर रही है लेकिन वो नहीं जो मैं चाहता हूं, जबकि मैंने उससे बोला भी कि अब मैं तभी बात करूंगा जब वो मेरे साथ लूडो खेलेगी।
अब उसे समझ नहीं आ रहा है कि मैं क्या चाहता हूं, और वो हर तरह से कोशिश भी कर रही है, और मुझसे कह भी रही है कि साथ ना रहना हो तो सीधे बोल दो ये बहाने क्यों ढूंढ़ रहे हो,अब मैं उसे कैसे समझ नहीं आ रहा, कि मेरे दिल में क्या है,

मैं इस बात को उससे बार बार बोलना नहीं चाहता बस मैं चाहता हूं कि वो खुद समझ जाए और मेरे साथ लूडो खेले, और इसी तरह हम ज़िंदगी के खेल को मस्ती के साथ खेलें, और मैं उसकी बाहों में दम तोड़ दूं।
मैं उसके साथ बूढ़ा होके, उसकी गोद में सिर रखकर मरना चाहता हूं, उसे पता नहीं कब अक्ल आएगी, जब वो मेरी बात बिना कहे समझ जाएगी।
#पगलिया
#बंदरिया

दोस्तो ! अपने विचार जरूर व्यक्त करना, हो सकता है आपके सुझाव मेरी ज़िंदगी में, मेरी और उसकी लड़ाई में हम दोनों के काम आएं।

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8 thoughts on “लड़ती झगड़ती ज़िंदगी – अंकित यादव”

  1. Alfaaz ki apni hi ek duniya h,
    Har Lafz apni zimmedari nibhata h
    Kuchh Lafz Hukumat krte h
    Kuchh Lafz Gulami krte h,
    Kuchh Lafz Hifazat krte h
    Aur kuchh Lafz waar krte h..

  2. Sooooo Cute, kinni pyari love story hai apki, aap humesha apne pyar ke sath khush rahen, hum dua karenge

  3. vishal dadheech

    Pyaar na hua instagram k post Ho Gaye… Kab kis ko like kab kis ko dislike….i don’t know what to say.. Mohabbat itni confuse nahi hoti..ya to hoti h or kisi ek se ya nahi hoti h… I guess puri story me Aap Sab ko ek Dusre k support ki zarurat thi… Jo time to time tum logo ne ek Dusre ko diya.. Finally jo bache wo mil Gaye… Maloom nahi Kya bol raha hu… Anyways best of luck for your further life… Hope u make it

  4. Bht khubsurat hai apki love story bht acha laga apki story padhke yaar ap bht kismat wale ho jo apko itna sacha pyar karne wali mili hai..unhe kabhi khona mat aur wese v aise choti moti jhagde to har relationship me hote hin hein kuch tum man jaya karo aur kuch use mana liya karo…meri allha se yahi dua hai ap dono humesha sath rahen aur apki shadi jaldi se jaldi ho jaye.. allha apko khushiyon den

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