First love poem

Heart touching poem

हां मैं झूठ हूँ – Sam

हां, मैं थोड़ा झूठा सा हूं… क्योंकि अन्दर से टूटकर भी, चेहरे पर मुस्कुराहट रखता हूं..लाखों सवाल होकर भी, चुपचाप सबकी सुनता रहता हूं…अपने अधूरे लम्हों को पूरा करने की कोशिश में, खुद को मारता रहता हूं…कभी खास रहे अपने लोगों को, पहचानने से इंकार करता हूं.. हां,  मैं थोड़ा पागल सा हूं… क्योंकि बेवफाई …

हां मैं झूठ हूँ – Sam Read More »