ये कैसी बारिश ? – Manisha Joabn Desai
खिडकी के पास खड़ी होकर मन्वीता जोरो से रीमझीम गीरती बारिश देख रही थी।पेड़ की लहेराती शाखो पर रंगीन फूल नृत्यमग्न झूल रहे थे।अभी पिछले महीने ही मन्वीता की आर्जव से मंगनी हुई थी।अपने जीवन की इस ख़ुशी की ये पहेली बारिश के छींटे,मन्वीता को रोमांचित कर रहे थे ।वो आर्जव को फोन करने की […]
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