काजल नहीं था तुम्हारी आँखो में उस दिन..
फिर वही से सोरू हुआ तुम्हारी यादों का सफ़र…
पार्ट-१
-उस दिन भी मैं वक़्त पर आया था..मैं खड़ा था जीने में और नज़र तुम से जा मिली । दिल गबराय तुम्हें देख ..मानो इस को इस की मंज़िल मिल गयी हों..यो देख कभी ना मेरा दिल गबराय था लेकिन उस दिन तुम्हें देख ये मुस्कुराया था तुम थी जिस ने इस दिल को हँसाया था प्यार क्या होता हैं ये बताया था..सोचा ना था तुम से यो मुलाक़ात होगी ..सूखी पड़ी मेरे दिल की ज़मीन में यो बरसात होगी..।तुम से जो लगाव हुआ वो फिर किसी से ना हुआ ..यूँ तो कही लड़की आयी मेरी ज़िन्दगी में लेकिन तुम जैसी ना आ सकी ..♥️♥️
मुझे आज भी याद है मेरा वो जल्दी आना और तुम्हें ताड़ना..छूटी के समय तुम्हारा इंतज़ार करना और अपनी दिल की धड़कन को संभालना मुझे आज भी याद है..
जब जब तुम को देखा करता था शॉर्मा सा जाता था अपनी इन छोटी सी आँखो से तुम्हें देखा करता था…और मन ही मन गाने गुण गुनाया करता था.. तुम्हें पसन्द आजाओ इस लिए दो बार मैं नहाया करता था
एक बार सुबह और एक बार दोपहर अपना शरीर भीगाया करता था …बात अभी यही ख़त्म नहीं हुई थी कि जा पहूँचा बाज़ार और ख़रीद लाया कुछ अपने लिए कि शायद अब तुम को मैं आओ पसन्द…वो दो जेक्केट आज भी मेरे साथ जैसे तुम मेरे साथ हों..
आज भी याद है मुझे वो मेरा अपनी गली के बाहर खड़ा हो कर इन्तज़ार करना..
तुम्हारा किसी और लड़के से बात करना और मेरा अन्दर ही अन्दर छिड़ छिड़ना ..????
शाम होते ही खेलना तुम्हारा और मेरा आस-पास घूमना याद है मुझे
पार्ट-२
फिर सिलसिला ऐसे ही चलता रहा ओर मैं तुम को चाहने लगा..बात अभी यही ख़त्म नहीं हुई थी कि तुम्हारी बहन ने तुम्हारा सारा राज मुझे बता दिया और मेरे इस टूटे दिल को सहांरा दिया.।बुरा लगा इस क़दर कि बीच में क्लास छोड़ घर चला गया टूटे इस दिल को बॉहलाने कही दूर चला गया..मत पूछो उस वक़्त क्या हाल था..वो दशया देख मैं गबराय था..। अन्दर लगी आग को तुम्हारी बहन ने भुजाया था तुम्हारा साथ छोड़वा उस ने अपना हाथ थमाया था..फिर एक शाम उसने मुझे कही भुलाया था और अपने प्यार का इसहांर एक तोहफ़ा दे के जताया था..तुम्हें ले के थोड़ा ग़ुस्सा था इस वजह से मैंने उसे अपना बनाया था पर बाद में पता चला की उसने तो मेरा बेवक़ूफ़ बनाया था किसी ओर के चक्कर में थी वो ओर मेरा दिल का टायर उस ने गुमॉया था..
मेरा पागल बना के उस ने मुझे टोकराया था लेकिन मैंने उस के घर बोल उस का बैंड बजवाया था…और मैंने फिर अपने इस छोटे से दिल को बहलाया था..अपने पहले प्यार की तस्वीर देख में मुस्कराया था(यहाँ पर तुम्हारी बात की है मैंने
♥️)
पार्ट-३
फिर से हो गया था अकेला मैं ..
15 दिन बाद…
फिर एक रात किसी ने मेरे दिल को जगाया था तोहफ़ा दे के मुझ को अपना बनाया था टोटू हुआ मेरे दिल को हँसाया था..अभी बात हुई थी की मेरा मन ना लगा पाया था..वापस दे के तोहफ़ा उन का मैं ख़ुद लोट आया था।
♥️♥️
तुम्हारी कमी कोई ना पूरी कर पाया था..मैं सोता रहा सारी रात किसी ने मुझे ना जगाया था..एक तुम्हारी कमी थी जो कोई ना पूरी कर पाया था..????????
कुछ दिन बाद……..
पार्ट-५
उस फ़ोन की वजह से हम फिर मिले..♥️
फिर एक शाम उन का फ़ोन आया की कल कुछ काम नहीं है तो मेरे साथ रोहिणी चलोगे .मैं मन ही मन हल्का -सा मुस्कुराया ओर बोला की चल दूँगा..उस दिन मेरा दिल उस पहले दिन की तरह ख़ुश हो गया जब मैंने उन को देखा था। रात बार सो नहीं पाया था क्यूँ कि मेरा दिल हल्का -सा मुस्कुराया था ….
अगली सुबह…
फिर सुबह क़रीब 11 बजे हम मिले! देख के उन को हुआ मैं पागल ..दिल बोला मुझे से सँभाल जा ..वो अब भी किसी के हैं..
शांत हुआ फिर मैं ..????
फिर किया हमने वो काम जिस के हम गये थे..काम होते ही मैंने की अपने मन की बात बोल डाला वो सब ..जिसे आगे हुई हमारी बात ..ऑटो में ही बोल दिया “I LOVE YOU NA YARR” ये सुन कर बोली वो ठीक है ना YARR…♥️♥️♥️♥️फिर यहाँ से शुरू हुई हमारी बात और अब हो गये पूरे चार साल…
This song for you..
तेरे साथ हो जायेंगे ख़त्म..
तुझे कितना चाहने लगे हम…♥️
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Mst story h yr
Outstanding
Bahut hi ache tareeke se likha hai aapne .